अंकिता के साथ हैवानियत हुई, बोलीं प्रियंका; DGP बोले- दोषियों को फांसी पर लटकाएंगे

देहरादून: हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग के बीच हजारों लोगों ने रविवार शाम नम आंखों से अंकिता भंडारी को पौड़ी जिले के श्रीनगर में अलकनंदा नदी के तट पर अंतिम विदाई दी। पौड़ी जिले के यमकेश्वर स्थित गंगा भोगपुर में वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वालीं 19 वर्षीय अंकिता का शव शनिवार को ऋषिकेश के समीप चीला नहर से बरामद किया गया था।

इससे पहले, अंकिता की गुमशुदगी के मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार तीनों आरोपियों-रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता ने उसे नहर में धकेलकर हत्या करने की बात स्वीकार की थी मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है, जो पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि, घटना के सामने आने के बाद भाजपा ने आर्य को तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

श्रीनगर में एनआइटी घाट पर अंकिता के भाई अजय सिंह भंडारी ने उसके शव को मुखाग्नि दी। इससे पहले, अंकिता के परिवार वालों ने अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट न आने और उसे सार्वजनिक न किए जाने तक उसकी अंत्येष्टि से इंकार किया था। हालांकि, प्रशासन के समझाने और घटना की जांच कर आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने का प्रयास करने का आश्वासन देने पर वे अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए ।

अंकिता की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी हत्या से पहले उसे चोट पहुंचाए जाने की बात कही गयी है। हांलांकि, रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण पानी में डूबना बताया गया है। अंकिता हत्याकांड के विरोध में श्रीनगर में दुकानें और बाजार बंद रहे। अंकिता के गांव श्रीकोट से करीब 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्रीनगर में दिन में लोगों की भीड़ ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई घंटे जाम लगाया।

लोगों ने सरकार से अंकिता के परिवार को मुआवजा दिए जाने तथा परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की मांग की।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर दोहराया कि राज्य सरकार जघन्य हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।

संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि सभी कार्रवाई तय समय से हो रही हैं और कहीं कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। हत्याकांड को लेकर लोगों में गुस्से को स्वाभाविक बताते हुए उन्होंने कहा, ”अपराधी चाहे जो भी हो, कोई बचने वाला नहीं है। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का हमने संकल्प लिया है।” धामी ने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार की जो भी सहायता संभव होगी, की जाएगी।

अंकिता भंडारी मामले को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियोंका गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका ने कहा, “उत्तराखंड की अंकिता के साथ दिल दहलाने वाली घटना घटी। लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन केवल दिखावटी कार्रवाई तक सीमित है। जरा सोचिए कि अंकिता के मां-बाप पर क्या गुजर रही होगी?  परिजनों का सवाल है कि घटना के सबूतों को क्यों मिटाया जा रहा है?”

कांग्रेस महासचिव ने कहा, “पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उन्हें क्यों नहीं दी जा रही है? न्याय का तकाजा कहता है कि सरकार को गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए। परिजनों की बात सुननी चाहिए। लापरवाही करने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए व फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर दोषियों को सजा दी जाए।”

इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के DGP अशोक कुमार ने शनिवार को पीड़ित परिवार से फोन पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि पुलिस की विशेष टीम इस मामले की जांच ऐसे करेगी ताकि आरोपियों को फांसी दिलाया जा सके।

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