नई दिल्ली: भारतीय रेल ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत के महज चार सप्ताह के अंदर इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 608 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च की है। और 1.6 लाख से अधिक कार्य दिवस का सृजन किया है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने एक ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘‘पिछले चार सप्ताह में हमने 1,61,251 कार्य दिवस सृजित किये। और 608.87 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। यह बहुत उत्साहवर्द्धक है और हम इसमें सहयोग देते रहेंगे।’’
रेलवे ने योजना के तहत 160 बुनियादी संरचना परियोजनाओं को चिह्नित किया है। योजना का उद्देश्य कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण अपने गांवों में लौटे कामगारों को रोजगार प्रदान करना है। इसमें अक्टूबर के अंत तक करीब आठ लाख कार्य दिवस सृजित करने की योजना बनायी गयी है। और करीब 1,800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की थी। यह योजना छह राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड के 116 जिलों में चल रही है।