अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम कोकोनट पार्क करना चाहते थे तेज प्रताप, प्रस्ताव टला

पटनाः बिहार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होने पटना के कंकड़बाग स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पार्क (Atal Bihar Vajpayee Park) का नाम बदलकर कोकोनट पार्क (Coconut Park) करने का प्रस्ताव रखा है। नये नामित पार्क का उद्घाटन सोमवार को होना था, लेकिन सियासी बवाल के बाद फिलहाल उस पर रोक लगा दी गई है और नाम में अभी तक कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक पार्क का नाम मूल रूप से कोकोनट पार्क था, हालांकि, 2018 में इसका नाम बदलकर पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया। पार्क का नाम अब उसके मूल नाम पर वापस लाया जा रहा है। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि यह 2019 में शहरी विकास विभाग के साथ एक समझौते के बाद वन विभाग द्वारा अपने कब्जे में लिए जाने वाले 75 पार्कों में से एक था।

बिहार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रियाशी ने कहा कि आरोपों के मद्देनजर पार्क के बारे में तथ्यों की पुष्टि करने के लिए कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “फिलहाल, हमने उक्त पार्क का उद्घाटन स्थगित कर दिया है जो आज (सोमवार) को निर्धारित था। हमने पटना नगर निगम से यह पुष्टि करने के लिए भी कहा है कि पार्क को ‘अटल पार्क’ के रूप में कब और कब अधिसूचित किया गया था।”

बदले की भावना से बदला नाम- BJP

बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह बदले की भावना जैसा है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार श्रद्धा से अटल बिहारी बाजपेई के समाधि स्थल पर जाकर उनको नमन करते हैं। वहीं उनकी सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव इस तरह की हरकत करते हैं।

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने की घोर निंदा

इस नाम बदलने पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इस फैसले की घोर निंदा की है। राय ने कहा है कि पार्क का नाम बदलना जो कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर है, किसी अपराध से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस पार्क में वाजपेयी की प्रतिमा है, उसका नाम बदलना बेहद निराशाजनक है।

सम्राट चौधरी ने साधा नीतीश पर निशान

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए याद दिलाया कि कैसे उन्होंने नई दिल्ली में पूर्व प्रधान मंत्री के स्मारक का बहुप्रचारित दौरा किया था। “नाम बदलना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का असली चेहरा और दिवंगत प्रधानमंत्री के प्रति उनका सम्मान दर्शाता है। कुछ दिन पहले वह उन्हें श्रद्धांजलि देने गए थे और आज उन्हें पार्क का नाम बदला जा रहा है।”

नाम बदलना भारत रत्न का अपमान- BJP प्रवक्ता

उन्होंने कहा कि अटल पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क रखना ठीक नहीं है। राजनीतिक रूप से अलग विचारधारा रखने वाली पार्टियां हो सकती हैं। लेकिन भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखे पार्क का नाम बदलना भारत रत्न का अपमान है।

पुराने पार्कों का कर रहे उद्घाटन, जनता नाखुश

बताते चलें कि हाल के दिनों में तेज प्रताप यादव ने कई पार्कों का उद्घाटन किया है। इनमें एक भी पार्क नया नहीं बनाया गया है। तमाम पार्क पुराने हैं जिनका रंग रोगन करवा कर केवल उद्घाटन किया जा रहा है। इसे लेकर स्थानीय लोगों में भी नाराजगी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तेज प्रताप यादव केवल शिलापट्ट लगवा रहे हैं, पार्कों का उद्घाटन कर रहे हैं, वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल यह सभी पार्क पहले से मौजूद हैं। केवल रंग रोगन और पौधा लगाकर तेज प्रताप यादव पार्कों का बस उद्घाटन कर रहे हैं।