नई दिल्ली: दुनिया की दिग्गज IT कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने ग्रेटर नोएडा में 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाने का निर्णय लिया है। इसकी घोषणा की सोमवार को यूपी के एमएसएमई (MSME) और निवेश-निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने की । माइक्रोसॉफ्ट इंडिया यूपी में विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी हब बनाने पर सहमत हुई है। इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने बेंगलुरू में 2,000 और हैदरैबाद में 5,000 क्षमता का कैंपस बना चुका है और अब ग्रेटर नोएडा में कंपनी 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाने जा रही है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कंपनी के लिए कारोबार करना आसान हो सके इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट को रेड कार्पेट सुविधा मुहैया कराइ जाएगी। सरकार ने पहले कहा है कि यह राज्य के एक्सप्रेसवे के प्रत्येक तरफ 1 किमी की दूरी के भीतर भूमि अधिग्रहण करने के इच्छुक निवेशकों के लिए सरल बना देगा। साथ ही उन्हों ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट अपने उत्तर भारत परिसर को ग्रेटर नोएडा स्थानांतरित करना चाहती हैं।
सिंह ने कहा कि अगला कदम ग्रेटर नोएडा में टीम द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे के साथ उसके निरीक्षण के बाद एक साइट चिन्हित करेगी, जिसे राज्य सरकार परीक्षण करेगी।दूसरी ओर, यमुना एक्सप्रेसवे के साथ जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पार्क विकसित करने की योजना है, जो ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ता है और विनिर्माण शुरू करने की योजना बनाने वाली कंपनियां राज्य और केंद्र द्वारा सब्सिडी और प्रोत्साहन के हकदार होंगे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पहले ही TCS, Wipro और Haier जैसी बड़ी आईटी कंपनियां अपना कैंपस बना रही हैं।