छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का दिल का दौरा पड़ने से निधन

रायपुरः छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पीछले कई दिनों से बिमार चल रहे जोगी को 20 दिन में तीसरी बार दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी हालत गंभीर हो गई थी। डॉक्टरों ने उन्हे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए। जोगी ने दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर अपनी आखिरी सांस ली। वे 74 साल के थे।

9 मई को पहली बार दिल का दौरा पड़ा

9 मई मई की सुबह गले में इमली का बीज अटकने की वजह से उन्हे पहली बार दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद उन्हें रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दुबारा 27 की मई की रात को भी उन्हें दिल का दौरा पड़ा। हालांकि, अगले दिन उनकी सेहत में थोड़ा सुधार देखा गया था, लेकिन आज तीसरी बार जब उन्हे दिल का दौरा पड़ा, तो उनके ब्रेन की हलचलें रूक गई थीं।

जोगी को बचाने के लिए डॉक्टरों ने 45 मिनट तक हर संभव कोशिश की

हालात को देखते हुए अस्पताल की तरफ से एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें बताया गया कि जोगी के परिवार की सहमति से डॉक्टरों ने उन्हें एक विशेष इंजेक्शन ‘CPR’ लगाया है, जो बहुत ही रेयर है और इसका इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में बहुत कम हुआ है। इस तरह से डॉक्टरों ने 45 मिनट तक उन्हे बचाने के लिए हर संभव कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

राजीव गांधी के कहने कलेक्टर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए

आपको बता दें लगभग 12 वर्षों तक मध्य प्रदेश के सीधी, शहडोल, रायपुर और इंदौर जिले में कलेक्टर रह चुके अजीत ने 1986 में राजीव गांधी के कहने कलेक्टर की नौकरी छोड़कर कांग्रेस के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। वे 1986 से 1998 तक राज्यसभा के सदस्य रहे, फिर 1998 में पहली बार चुनाव लड़ा और रायगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए।

2000 से 2003 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे

साल 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर जब छत्तीसगढ़ राज्य बना, तो अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने। वे 2003 तक छत्तिसगढ़ के मख्यमंत्री रहे। कांग्रेस से बगावत कर उन्होंने 2016 में अपनी अलग पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बना ली।

अजीत जोगी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जता शोक

जोगी के निधन पर देश की सियासी गलियोारों में शोक की लहर दौड़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अजीत जोगी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया “श्री अजीत जोगी जी को जनता की सेवा करने की लालसा थी। इस जुनून के कारण उन्‍होंने प्रशासनिक अधिकारी और एक राजनीतिक नेता के रूप में कड़ी मेहनत की। वह गरीबों, विशेष रूप से आदिवासी समुदायों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते रहे। उनके निधन से उन्‍हें दुख पहुंचा है। शोक संतप्‍त परिवार को संवेदनाएं। ओम शांति।”

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