आपकी एक गलती पड़ सकती है भारी! ड्राइविंग से पहले जान लें यह सख्त एडवाइजरी

News Stump

नई दिल्ली: ठंड बढ़ने के साथ ही उत्तर भारत के कई हिस्सों में घना कोहरा छा गया है। सुबह और देर रात के समय दृश्यता बेहद कम हो जा रही है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। इसी को देखते हुए मौसम विभाग, ट्रैफिक पुलिस और सड़क प्राधिकरणों ने वाहन चालकों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि कोहरे में वाहन चलाते समय म्यूजिक सिस्टम बंद रखें और गाड़ी धीमी गति से चलाएं, ताकि किसी भी खतरे का समय रहते अंदाजा लगाया जा सके।

- Advertisement -

क्यों जरूरी है म्यूजिक सिस्टम बंद रखना

अधिकारियों के अनुसार, कोहरे में देखने की क्षमता कम हो जाती है, ऐसे में सुनने की इंद्रिय ज्यादा अहम हो जाती है। तेज म्यूजिक या स्टीरियो ऑन रहने से हॉर्न, एंबुलेंस सायरन या आसपास के वाहनों की आवाज़ सुनाई नहीं देती, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए कोहरे में ड्राइविंग के दौरान म्यूजिक सिस्टम पूरी तरह बंद रखने की सलाह दी गई है।

धीमी गति और सुरक्षित दूरी पर जोर

एडवाइजरी में कहा गया है कि कोहरे में ब्रेक लगाने की दूरी सामान्य से अधिक हो जाती है। ऐसे में तेज रफ्तार घातक साबित हो सकती है। वाहन चालकों को धीमी गति से चलने, आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखने और अचानक ब्रेक लगाने से बचने की हिदायत दी गई है। कई राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर अस्थायी रूप से स्पीड लिमिट भी घटाई गई है।

हेडलाइट और लाइटिंग को लेकर निर्देश

कोहरे में हाई बीम हेडलाइट का इस्तेमाल करने से रोशनी वापस आंखों पर पड़ती है और दृश्यता और कम हो जाती है। इसलिए लो बीम हेडलाइट जलाकर वाहन चलाने की सलाह दी गई है। दृश्यता बेहद कम होने की स्थिति में हेज़र्ड लाइट का इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि पीछे से आने वाले वाहन को संकेत मिल सके।

ओवरटेकिंग से बचने की सलाह

एडवाइजरी में ओवरटेक न करने और लेन डिसिप्लिन का पालन करने पर खास जोर दिया गया है। कोहरे में सामने से आ रहे वाहन का सही अंदाजा नहीं लग पाता, जिससे आमने-सामने की टक्कर का खतरा बढ़ जाता है। जरूरत न हो तो यात्रा टालने की भी सलाह दी गई है।

वाहन की तैयारी भी जरूरी

ड्राइव से पहले वाहन की लाइट, ब्रेक, वाइपर और फॉग लैंप की जांच करने की बात कही गई है। भारी वाहनों और निजी गाड़ियों पर रिफ्लेक्टिव टेप या रिफ्लेक्टर लगे होने चाहिए, ताकि कम रोशनी और कोहरे में भी वाहन दूर से दिखाई दे सके।

हवाई और रेल यात्रियों पर भी असर

घने कोहरे का असर हवाई और रेल सेवाओं पर भी देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर फ्लाइट और ट्रेनों के परिचालन में देरी हो रही है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले संबंधित एयरलाइन या रेलवे की जानकारी जरूर जांच लें।

प्रशासन की अपील

प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे जल्दबाजी न करें, नियमों का पालन करें और कोहरे में ड्राइविंग के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें। अधिकारियों का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी न सिर्फ आपकी बल्कि दूसरों की जान भी बचा सकती है।

कोहरा हर साल सर्दियों में आता है, लेकिन लापरवाही इसे जानलेवा बना देती है। म्यूजिक सिस्टम बंद रखना, धीमी गति से चलना और ट्रैफिक नियमों का पालन करना ही सुरक्षित यात्रा की कुंजी है। प्रशासन की एडवाइजरी को गंभीरता से अपनाकर ही सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकती है।

Sponsored
Share This Article
Follow:
With the system... Against the system
Leave a Comment