कोई गारंटी नहीं, चीन के साथ तनाव बढ़ने पर राष्ट्रपति ट्रम्प भारत का साथ देंगे- जॉन बोल्टन

वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन ने भारत-चीन विवाद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत-चीन के बीच तनाव और बढ़ता है तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत का साथ दें। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि ऐसे हालात में ट्रम्प क्या करेंगे। मुझे नहीं लगता कि इस बारे में उन्हें ज्यादा पता भी होगा।

विवाद का महत्व नहीं समझते ट्रम्प

एक टीवी इंटरव्यू में बोल्टन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि ट्रम्प सीमा विवाद के महत्व को कितना समझते हैं। मुझे नहीं लगता कि उन्हें भारत-चीन में दशकों से चले आ रहे विवाद के इतिहास के बारे में भी कुछ पता होगा।

चुनाव के बाद चीन से बड़ी ट्रेड डील कर सकते हैं ट्रम्प

बोल्टन ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि ट्रम्प नवंबर में होने वाले चुनाव के बाद क्या करेंगे। उन्होंने कयास लगाते हुए कहा कि अगर ट्रम्प चुनाव जीतते हैं, तो वे हांगकांग और उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार के मामले पर चीन के खिलाफ नहीं जाएंगे। ट्रम्प चीन के साथ बड़ी ट्रेड डील भी कर सकते हैं। ऐसे में अगर भारत-चीन में तनाव बढ़ता है तो मैं नहीं मानता कि ट्रम्प भारत के साथ खड़े होंगे।

बोल्टन ने चीन के आक्रामक रवैए पर सवाल उठाते हुए कहा कि चीन ने इन दिनों विस्तारवादी नीति अपना रखी है। इसी वजह से जापान के साथ चीन के संबंध ठीक नहीं है। भारत और अन्य के साथ चीन के रिश्तों के बारे में तो सभी को पता है। बोल्टन ने कहा कि चीन उन देशों पर हावी होना चाहता है, जो उस पर आर्थिक रूप से निर्भर हैं, इसीलिए चीन राजनीतिक और सैन्य तरीके से ऐसे देशों पर हावी होना चाहता है। बोल्टन ने भारत, जापान और यूएस के बीच त्रिपक्षीय साझेदारी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण होगी।