Exclusive: शराबियों को पैसा लेकर छोड़ा, वकील से लड़ने लगी पुलिस, देखें वीडियो

शशि कान्त

रोहतासः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पूर्ण शराबबंदी को कोई और नहीं, बल्कि उनकी पुलिस ही पलीता लगा रही है। मामला जिले के सासाराम नगर थाना क्षेत्र का है। यहां जिला एवं सत्र न्यायालय के अधिवक्ता धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस शराबियों को पकड़ने के बजाय पैसे लेकर छोड़ देती है और शिकायत करने वालों के साथ अभद्र व्यवहार करती है। प्रमाण के तौर पर उन्हों ने इसका एक छोटा सा वीडियो क्लिप भी हमारे साथ साझा किया है, जिसने पुलिस की सारी खोली पोलपट्टी खोल दी है।

वीडियो का ड्यूरेशन कम है, लेकिन देखने से यह पता चल रहा है कि अधिवक्ता धर्मेंन्द्र सिंह का आरोप सही है। वीडियो में अधिवक्ता और पुलिस के बीच हुई उस बात को स्पष्ट तौर पर सूना जा सकता है, जिसमें धर्मेन्द्र पुलिसवाले से यह कह रहे हैं कि शराबी भाग रहे हैं और पुलिस कुछ नहीं कर रही। जवाब में पुलिसवाले की वो भड़कीली और कड़क आवाज भी सुनी जा सकती है जिसमें अधिवक्ता की शिकायत के आलोक में शराबियों पर कार्रवाई के बजाय पुलिस उल्टे उन्हें ही डांट रही है।

क्या है पूरा मामला

इस पूरे घटनाक्रम के बाबत अधिवक्ता धर्मेंन्द्र सिंह ने बताया कि उनका घर सासाराम नगर थाना क्षेत्र के गौरक्षणी मुहल्ला में पड़ता है, जहां वे अपने परिवार के साथ निवास करते हैं। बीते मंगलवार शाम करीब 8 बजे जब वे अपने घर के अंदर थे और उनके बच्चे वहीं अपने कैंपस में खेल रहे थे, तभी जोर की आवाज आई और बच्चे डर से चिल्लाते हुए अंदर की तरफ भाग गए। जब वे और उनकी पत्नी बाहर आई तो देखा कि काले रंग की एक क्रेटा कार ने उनके मुख्य बाहरी गेट में टक्कर मार दी है। कार में कुल चार लोग सवार थे।

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Advocate Dharmendra Singh और उनकी पत्नी ने जब उनसे कहा कि यह रिहायशी इलाका है, गाड़ी थोड़ी धीरे और सावधानी से चलाईए तो वे चारो आग बबूला हो गए और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर पास के राज होटल में चले गए। धर्मेन्द्र के मुताबिक उस वक्त वे सभी शराब के नशे में थे।

घटना की जानकारी मिलने के 40 मीनट बाद पहुंची पुलिस

धमकी से डरे धर्मेन्द्र ने इस बात की शिकायत तत्काल मोबाइल फोन के जरिए नगर थाना से की। शिकायत के बाद लगभग 9 बजे नगर थाना की पेट्रोलिंग पार्टी ने धर्मेन्द्र के मोबाइल पर फोन कर घटनास्थल की जानकारी ली और 40 मीनट बाद पहुंची। पुलिस के पहुंचने पर धर्मेन्द्र ने राहत की सांस ली, लेकिन पुलिस ने शराबियों के पकड़ने के बजाय पैसे लेकर चलता कर दिया। धर्मेन्द्र का कहना है कि जब उन्हों ने इस बात पर आपत्ति जाताई तो पुलिसवाले उल्टे उनपर पर ही भड़क गए और उन्हें व उनकी पत्नी को बच्चे एवं पड़ोसियों के सामने जलील करने लगे।

एसपी ने नहीं उठाया फोन, Whatsapp पर भेजा वीडियो क्लिप

बकौल धर्मेन्द्र उन्हों ने इसकी शिकायत एसपी रोहतास से भी करनी चाही लेकिन फोन रिसीव नही किया गया। बाद में बनाया गया वीडियो क्लिप उन्हों ने एसपी के व्हाट्सएप पर भेज दिया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही हो सकी है। फिलहाल यह मामला पत्र के माध्यम से बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी, के अलावें डीआईजी शाहाबाद और डीएम रोहतास समेत एसपी तक भेजा जा चुका है। पत्र में घटना का जिक्र करते हुए यह अनुरोध किया गया है कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।

Advocate Dharmendra Singh द्वारा भेजा गया शिकायत पत्र

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संवाददाता- रोहतास
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