गांधीनगरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूरत में 3400 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें जल आपूर्ति, जल निकासी परियोजनाओं, ड्रीम सिटी, जैव विविधता पार्क और अन्य विकास कार्यों जैसे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, विरासत बहाली, सिटी बस/बीआरटीएस आधारभूत संरचना, इलेक्ट्रिक वाहन आधारभूत संरचना, और केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त विकास कार्य शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यों के पहले चरण और डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) शहर के मुख्य प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया। ड्रीम सिटी परियोजना को सूरत में हीरा व्यापार व्यवसाय के तेजी से विकास के पूरक के लिए वाणिज्यिक और आवासीय स्थान की बढ़ती मांग को पूरा करने के दृष्टिकोण के साथ शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री ने परियोजना के दूसरे चरण की आधारशिला भी रखी।
प्रधानमंत्री ने डॉ. हेडगेवार ब्रिज से भीमराड-बमरोली ब्रिज तक 87 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बनने वाले जैव विविधता पार्क की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने सूरत के विज्ञान केंद्र में खोज संग्रहालय का भी उद्घाटन किया। बच्चों के लिए निर्मित, संग्रहालय में इंटरैक्टिव डिस्प्ले, प्रश्नोत्तरी-आधारित गतिविधियां और जिज्ञासा-आधारित क्रियाकलाप शामिल होंगे।
इसके अलावे प्रधानमंत्री ने भावनगर में भी करोड़ों रुपयों के अनेक प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री का कहना है कि ये प्रोजेक्ट भावनगर की पहचान को सशक्त करेंगे, सौराष्ट्र के किसानों को सिंचाई की नई सौगात देंगे और आत्मनिर्भर भारत अभियान को और मज़बूती देंगे साथ ही रीजनल साइंस सेंटर के बनने से शिक्षा और संस्कृति के शहर के रूप में भावनगर की पहचान और समृद्ध होगी।
पीएम का कहना है कि व्यापक विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण से, विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे को विकसित करने, शहरी आवागमन को बढ़ाने और मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी में सुधार होगा।