औरंगाबादः वर्दी हर बार बदनाम होती, वर्दी हर बार दागदार नहीं होती। कई बार वर्दी मददगार भी होती है…नज़रिया बदलिए नजारे बदले हुए मिलेंगे। बात जिले के मदनपुर थाने की है, जहां पदस्थापित थानाध्यक्ष पंकज सैनी एक 12 साल के बच्चे की लाश को अपने कंधों पर उठाकर लगभग 500 मिटर उंची पहाड़ी से निचे खड़ी पुलिस जिप तक ले आए । पंकज सैनी के इस कारनामें ने पुलिस की आन, बान और शान में चार चांद लगा दिया है।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के ढोकरी गांव के पास भितरी पहाड़ पर एक 12 साल के बच्चे की लाश पड़ी हुई है। जानकारी पाकर ढोकरी पहाड़ पहुंची पुलिस ने मामले की तफ्तिश करने के बाद लाश को अपने कब्जे में ले लिया। जिसे थानाध्यक्ष पंकज सैनी ने खुद अपने कंधे पर उठाया और पहाड़ी से निचे खड़ी पुलिस जिप तक ले आए।
Read also: IPS प्राणतोष कुमार दास के बयान पर शर्म नहीं, विचार करने की जरुरत है
लाश को कंधे पर उठाए पंकज सैनी ने फेसबूक पर एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें उन्होंने लिखा है- ‘9 साल की थानेदारी में जो आज मेरे साथ हुआ, उसने मेरे दिल को झकझोर दिया। एक 12 साल के बच्चे का जिसकी हत्या कर ढोकरी पहाड़ पर फेक दिया था, ऊस बच्चे की लाश को अपने कंधे पर लेकर चला तो मेरे मन में यही ख्याल आया की आज इन्सानीयत खत्म हो गई है। पर मैं थका हारा नहीं हुं, मैं उसे इन्साफ दिला कर ही रहुंगा।‘
इस बाबत जब थानाध्यक्ष पंकज सैनी से बात की गई तो उन्हों ने बताया कि लाश पहाड़ी पर लगभग 500 मिटर उपर पड़ी हुई थी, जहां किसी भी गाड़ी का पहुंच पाना संभव नहीं था। लिहाजा कर्तव्य और इंसानीयत की खातिर उन्होंने खुद ही लाश को कंधे पर उठा लिया और पहाड़ के निचे गाड़ी तक ले आए।