नई दिल्लीः संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के 7 नए सर्कलों की घोषणा की है। यह जानकारी संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने एक ट्वीट के जरीए वीडियो संदेश में साझा की। पटेल ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने यह कदम स्व-घोषणा के साथ कलाकृतियों के पंजीकरण के साथ-साथ पुरातात्विक स्मारकों के संरक्षण और पंजीकरण की प्रक्रिया को सुविधाजनक और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान के अनुसार उठाया है।
संस्कृति मंत्री ने बताया कि नए सर्कल मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और गुजरात में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि त्रिची, रायगंज, राजकोट, जबलपुर, झांसी और मेरठ को नए सर्किल के रूप में घोषित किया गया है। पटेल ने बताया कि कर्नाटक में हम्पी शहर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्ति स्थान है इसलिए हम्पी मिनी सर्कल को पूर्ण विकसित सर्कल में बदल दिया गया है। इससे पहले देश भर में 29 एएसआई सर्किल थे।
पटेल ने कहा कि तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य में, जिसमें हजारों मंदिर हैं और चोल राजाओं की शानदार यादें हैं, त्रिची को चेन्नई के सर्कल के साथ एक नया सर्कल बनाया गया है। कर्नाटक पवित्रता की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण राज्य है। कर्नाटक में हम्पी शहर पुरातात्विक विरासत के दृष्टिकोण से अंतर्राष्ट्रीय महत्व का स्थान है इसलिए हम्पी उप-सर्कल को अब एक नया पूर्ण विकसित सर्कल बना दिया गया है। पश्चिम बंगाल में, रायगंज को कोलकाता के साथ एक नया सर्कल बनाया गया है, इससे बंगाल जैसे बड़े राज्य में भौगोलिक असुविधा समाप्त हो जाएगी। गुजरात में, वडोदरा के साथ राजकोट कोएक नए सर्कल की घोषणा की गई है।
संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में भोपाल के साथ जबलपुर को एक नया सर्कल घोषित किया गया है। इसमें जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभागों के स्मारकों को शामिल किया जाएगा। संस्कृति मंत्री ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ और आगरा के साथ बुंदेलखंड में झांसी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ सहित दो नए सर्कलों की घोषणा की गई है।