पटना: अगस्त क्रांति के अवसर पर 9 अगस्त को अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर जन अधिकार पार्टी ने बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर विशाल साइकिल जुलूस निकालने का निर्णय लिया है। पार्टी ने केंद्रीय कोर कमेटी के फैसले को लेकर कार्यक्रम की तैयारी के लिए शुक्रवार को सभी जिला अध्यक्षों की वर्चुअल एवं पटना में एक्चुअल समिक्षा बैठक की। दोनों ही बैठकों में शामिल पार्टी के नेताओं ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने पर जोर दिया।
इन बैठकों के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि 9 अगस्त को आहूत साइकिल मार्च के मुख्य मुद्दों में जातीय जनगणना कराने, कमरतोड़ महंगाई पर रोक लगाने, देश में बढ़ती बेरोजगारी को दूर करने, बाढ़ की विभीषिका का दंश झेल रहे लोगों को पर्याप्त बाढ़ राहत देने तथा पेगासस स्पाइवेयर कांड की जांच सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग शामिल है।
उन्होंने कहा कि राज्य में जमीन विवाद को लेकर लगातार हिंसा बढ़ रही है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भी दबंग लोग थाना, कोर्ट- कचहरी, कर्मचारी और अधिकारियों को प्रभावित कर हत्या को अंजाम दे रहे हैं। जब मुख्यमंत्री के गृह जिला में एक ही परिवार के 7 लोगों की हत्या हो जाती है और प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है, तो दूसरे जिलों की क्या स्थिति है इसी से समझा जा सकता है।
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उन्होंने नालंदा जिले के पुलिस कप्तान को अविलंब निलंबित करने के साथ ही मृतकों के परिजनों को दस दस लाख का मुआवजा देने की मांग की। राज्य के जिन जिलों में अपराध चरम सीमा पर है वहां बढ़ते अपराध को लगाम लगाने का भी मुद्दा इस साइकिल मार्च में शामिल रहेगा। इसके अतिरिक्त भी स्थानीय स्तर पर जन सरोकारों से जुड़े हुए मामलों को मुद्दा बनाकर शामिल किया जा सकता है।
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