सरकार के पास है बजट का अभाव, अब सुबह-शाम केले नहीं खा पाएंगे पुलिसकर्मी

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इंदौर: पश्चिमी क्षेत्र के थानों में तैनात करीब 1,500 पुलिसकर्मी अब केले खाने से वंचित रह जाएंगे। सरकारी बजट के अभाव में उनके केले खाने पर रोक लगा दी गई है। यह रोक उस र्निदेश के आलोक में लगाई है, जिसमें यह कहा गया था कि थानों में तैनात पुलिसकर्मियों को सुबह-शाम होने वाली गिनती के दौरान दो-दो केलों की खुराक नियमित तौर पर दी जाए।

दरअसल, पुलिस कर्मियों के सेहत को लेकर गंभीर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी क्षेत्र) महेश चंद्र जैन ने 25 अगस्त को अपने मातहतों को पत्र के जरिये लिखित निर्देश दिया था, जिसमें कहा गया था कि थानों में तैनात बल को सुबह-शाम होने वाली गिनती के दौरान दो-दो केलों की खुराक नियमित तौर पर दें। यह निर्देश पश्चिमी क्षेत्र के थानों में तैनात करीब 1,500 पुलिसकर्मियों को पौष्टिक खुराक के देने के मकसद से जारी किया गया था।

हालांकि, खुद पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी क्षेत्र) महेश चंद्र जैन ने अपने निर्देश को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। इस संदर्भ में उनका कहना है कि केले खरीदने के लिए सरकारी बजट का प्रावधान नहीं है, जिसकी वजह से निर्देश को निरस्त कर दिया गया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम चाहें, तो व्यक्तिगत स्तर पर अपने बल को अब भी पौष्टिक खुराक उपलब्ध करा सकते हैं।

आपको बता दें, IPS महेश चंद्र जैन जमीन से जुड़े एक ऐसे अधिकारी हैं, जो हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा करते रहते हैं, जो अनुकरणिय होता है। बात प्राकृति की रक्षा के लिए वृक्षारोपण की हो या प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने की, महिलाओं के सम्मान की या फिर पुलिस बल को सबल और सामर्थ्य बनाने की वह इन सब में हमेशा आगे रहते हैं।

साल 2019 के 2 अक्टुबर को उन्होंने 24वीं वाहिनी के अधिकारी/कर्मचारियों को नो डिस्पोजल के संकल्प में सफल बनाने के लिए के स्टील के बने एक हजार थाली, चार हजार कटोरी, दो हजार चम्मच व एक हजार ग्लास तथा चाय-नाश्ता के लिए कप व प्लेट्स मुहैया कराया था। इसी तरह उन्होंने साल 2019 में ही “धरा का श्रृंगार करो- वृक्षारोपण करो” के स्लोगन के साथ 1200 से अधिक आम, नींबू, आंवला, अमरूद, बेर, सीताफल, चीकू, बादाम, चेरी,नीम तथा पीपल के वृक्षों का रोपण करवाया और पौधों की परवरिश का संकल्प लिया।

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