नई दिल्लीः HPCL ने हरित ऊर्जा और पर्यावरण प्रबंधन के लिए प्रतिबद्धता की दिशा में एक उत्कृष्ट कदम उठाया है। HPCL ने राजस्थान के सांचोर में गोबर से संपीड़ित बायोगैस परियोजना की शुरुआत की। यह अपशिष्ट से ऊर्जा पोर्टफोलियो के तहत HPCL की पहली परियोजना होगी।
बायोगैस का उत्पादन करने के लिए संयंत्र में हर दिन 100 टन गोबर का उपयोग करने का प्रस्ताव है, जिसका ऑटोमोबाइल ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इस परियोजना को एक साल की अवधि में चालू करने का प्रस्ताव है।
इस परियोजना का शिलान्यास समारोह राजस्थान के जालौर जिला स्थित सांचौर तहसील के पथमेड़ा ग्राम स्थित श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुण्यार्थ न्यास में हुआ। इस समारोह में जैव-ईंधन व नवीकरणीय ऊर्जा के ईडी शुवेंदु गुप्ता और HPCL के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जैविक रूप से अपघटित होने वाले अपशिष्ट प्रबंधन घटक के एक भाग तहत अप्रैल, 2018 में शुरू की गई भारत सरकार की गोबर-धन योजना के तहत इस परियोजना को विकसित किया जा रहा है, जिससे स्वच्छता पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और गोबर व जैविक कचरे से धन और ऊर्जा को सृजित किया जा सके।