नई दिल्लीः सीबीआई, एनसीबी और ईडी की जांच के बीच ड्रग्स के मामले में रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी हो चुकी है और उन्हे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। लेकिन ड्रग्स मामले में रिया की गिरफ्तारी कई सवाल खड़े करते हैं। सवाल यह कि इन सब में उलझ कर सुशांत सिंह राजपूत की डेथ कहीं मिस्ट्री बन कर ही नहीं रह जाए। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि अभी तक सभी गिरफ्तारियां ड्रग्स के मामले में NCB ने की है।
सुशांत सिंह डेथ मिस्ट्री की परतें खोलने के लिए CBI ने जांच शुरू की थी। लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता पूरा मामला NCB और ED के चारो तरफ घूमने लगा। वैसे भी कहा जाता है कि अगर मामले को रफा दफा करना है जांच CBI सौंप दी जाए।
इस बीच कंगना रनौत को Y+ श्रेणी की सुरक्षा देने और शिव सेना के संजय राउत द्वारा की गई टिप्पणियों ने मामले को अलग ही रंग दे दिया। वहीं BMC ने कंगना रनौत के नए ऑफिस को सील कर दिया है। इसके बाद यह पूरा मामला एक सियासी ड्रामे में उलझ कर रह गया है। कंगना रनौत केंद्र में सत्तासीन पार्टी की प्रवक्ता की तरह बयान दे रही हैं और दूसरी तरफ शिव सेना ने संजय राउत को प्रमोशन देकर मुख्य प्रवक्ता बना दिया है।
गौरतलब कि ड्रग्स के ऐंगल में कंगना फिलहाल खुद फंसी हुई हैं। महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में उनके एक्स ब्वायफ्रेंड अध्ययन सुमन के इंटरव्यू के आधार पर फैसला किया है कि कंगना के ड्रग्स मामले की जांच की जाएगी। अध्ययन के कहा था की कंगना ने उन्हे अवैध ड्रग्स दिए थे। इस पर कंगना ने कहा है कि वह जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं और ड्रग्स पैडलर से कनेक्शन मिलते हैं तो वे मुंबई छोड़ने को तैयार हैं। वही अध्ययन सुमन का कहना है कि वे चार साल पहले इस बारे में बात कर चुके हैं और अब वे विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।
Justice for sUshant के लिए देश भर की जनता ने हैस टैग चलाया था। लेकिन अब इन मामलों में उलझ कर सुशांत का मामला कही पीछे छुटता दिख रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि CBI कितनी सक्रिय होगी और मामले को सुलझाने की तरफ कितनी तेज बढ़ेगी।