पटनाः नागरिक सरोकारों और जनतांत्रिक अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध नागरिक मंच ‘सिटीजन्स फोरम , पटना’ का दूसरा सम्मेलन शनिवार को सम्पन्न हुआ। दूसरे सम्मेलन में पटना के नागरिक समाज के हर हिस्से के लोगों ने भागीदारी निभाई। शिक्षाविद, संस्कृतिकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र, युवा व महिला संगठनों के प्रतिनिधि, नगर निगम के कर्मचारी, शिक्षक, प्रोफेसर, ट्रेड यूनियन, पत्र-पत्रिकाओं के संवाददाता व संपादक तक शामिल हुए। खगौल से लेकर दानापुर इलाके से लोग Citizens’ Forum के सम्मेलन में उमड़ पड़े। पिछले ढ़ाई वर्षो से सिटीजन्स फोरम देश के नागरिक समाज के ज्वलन्त मुद्दों को उठाता रहा है। इस फोरम में समाज के विभिन्न तबकों का प्रतिनिधित्व रहा है।
शुरुआत में सिटीजन्स फोरम, पटना की ओर से चार सदस्यीय अध्यक्ष मंडली का प्रस्ताव निवर्तमान सह समन्वयक मोना झा ने किया। अध्यक्ष मंडली में अजय कुमार, प्रीति सिन्हा, नन्द किशोर सिंह और जयप्रकाश ललन शामिल थे। स्वागत भाषण ग़ालिब जी ने किया। शहीदों के लिए शोक प्रस्ताव विश्वजीत कुमार ने पेश किया। उसके बाद दो मिनट का मौन धारण कर जनतांत्रिक आन्दोलनों में शहीद हुए साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
दिसम्बर 2020 में सम्पन्न पिछले सम्मेलन से अबतक की गतिविधियों की रिपोर्ट Citizens’ Forum के समन्वयक अनीश अंकुर ने पेश की। सांगठनिक रिपोर्ट/प्रतिवेदन पर जमकर बहस हुई और अनेक बहुमूल्य सुझाव आए। अधिकांश सुझावों को स्वीकार करते हुए सांगठनिक रिपोर्ट को सम्मेलन ने पारित कर दिया। सांगठनिक नियमावली नन्द किशोर सिंह ने पेश किया। संक्षिप्त चर्चा और कुछ सुझावों के साथ नियमावली को सम्मेलन ने पारित किया। भोजन के बाद सम्मेलन में विभिन्न समसामयिक विषयों पर प्रस्ताव पेश किये गये। इनमें से सौंदर्यीकरण के नाम पर शहरी गरीबों को उजाड़ने की अन्यायपूर्ण नीति, साम्प्रदायिकता, स्वास्थ्य, महंगाई, बिजली विभाग का प्रीपेड मीटर, जनतांत्रिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रताओं पर बढ़ते हमले, जम्मू एवं कश्मीर, दमनकारी क़ानून एवं महिला उत्पीड़न, शिक्षा,आदि शामिल हैं।
इन प्रस्तावों को चर्चा के बाद सम्मेलन द्वारा स्वीकृत किया गया। अंत में सिटीजन्स फोरम, पटना के निवर्तमान समन्वय समिति की ओर से अनीश अंकुर ने सामान्य परिषद के लिए 65 सदस्यों और समन्वय समिति के लिए 18 सदस्यों के पैनल का प्रस्ताव रखा। सम्मेलन ने चर्चा के बाद इस पैनल को पारित कर दिया। समन्वय समिति ने अपनी पहली बैठक में अनीश अंकुर को समन्वयक और प्रीति सिन्हा को सह समन्वयक चुना।
समन्वय समिति के अन्य सदस्यों के रुप में मोना झा, जयप्रकाश ललन, नन्द किशोर सिंह, अजय कुमार, मणिकांत पाठक, अनिल कुमार राय, जयप्रकाश, विश्वजीत कुमार, संजय श्याम, रूपेश, बिनोद रंजन, आकांक्षा प्रिया, मनोज चन्द्रवंशी, मणिलाल, चन्द्रकान्ता खां और सुनील कुमार का नाम शामिल किया गया।
सम्मेलन में शामिल प्रमुख लोगों में अरविंद सिन्हा, सर्वोदय शर्मा, अधिवक्ता मदन प्रसाद सिंह, ट्रेड यूनियन नेता गणेश शंकर सिंह, पत्रकार निवेदिता झा, उर्दू अखबार मसाएल के संपादक गुलाम सरवर आज़ाद, अब्दुल मन्नान, कवि आदित्य कमल, प्रलेस के सत्येंद्र कुमार, गोपाल शर्मा, सुधाकर कुमार, जीतेन्द्र कुमार, नरेंद्र कुमार, इंद्रजीत कुमार, सरोज कुमार सुमन, सूर्यकर जीतेन्द्र आदि प्रमुख हैं।