पटनाः केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 121वीं जयंती के अवसर पर मंगलवार को उनकी जन्मभूमि सिताब दियारा में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया और एक जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री अश्विन चौबे और नित्यानंद राय समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर जयप्रकाश नारायण की आदमकद प्रतिमा को लगाने का प्रण लिया था जो आज जयप्रकाश की 121वीं जन्म जयंती पर पूरा हो गया है। शाह ने जयप्रकाश नारायण के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा उनका जीवन अनेक विशेषताओं से भरा हुआ था, उन्हों ने आजादी के लिए न केवल क्रांति के रास्ते से लड़ाई लड़ी बल्कि गांधीजी के बताए मार्ग को भी अपनाया। आजादी के बाद जब सत्ता लेने का समय आया तो जयप्रकाश जी एक सन्यासी की भाँति विनोबा भावे के साथ सर्वोदय की आंदोलन से जुड़ गए।
गृह मंत्री ने कहा, “जयप्रकाश नारायण ने अपना पूरा जीवन देशभर के भूमिहीनों, गरीबों, दलितों और पिछड़ों को समर्पित कर दिया। उन्हों ने समाजवाद, सर्वोदय की विचारधारा और जातिविहीन समाज की रचना की कल्पना को साकार करने के लिए अनेक नए-नए प्रकल्प दिए।
अमित शाह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जी और विनोबा भावे जी के सर्वोदय के सिद्धांत को अंत्योदय के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गरीब कल्याण का अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 60 करोड़ गरीबों को 5 लाख से अधिक का स्वास्थ्य बीमा हर गरीब के घर में गैस और शौचालय का प्रबंध, ढ़ाई साल तक हर गरीब को मुफ्त राशन देने के साथ ही घर घर में बिजली और हर गाँव में सड़क पहुंचाकर गांवों को जोड़ने का काम किया है।
उन्होने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जेपी ने देश को संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था, लेकिन किसी भी विपक्षी दल ने इसे सफल बनाने का प्रयत्न नहीं किया। देशभर के करोड़ों गरीबों के जीवनस्तर को बेहतर बनाते हुए मोदी जी ने जयप्रकाश नारायण जी के संपूर्ण क्रांति के मंत्र को चरितार्थ करने का काम किया है।