बिहार उपचुनाव से पहले चिराग को बड़ा झटका, इलेक्शन कमीशन ने जब्त किया बंगला

अभय पाण्डेय

नई दिल्लीः बिहार में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। चाचा-भतीजे की लड़ाई में इलेक्श कमीशन ने उनके बंगले को सील यानी चुनाव चिन्ह को जब्त कर लिया है। बिना चुनाव चिन्ह के अब वे उपचुनाव  में अपनी भागीदारी नहीं निभा पाएंगे। तारापुर और कुसेश्वर स्थान की सीट पर उपचुनाव होने हैं।

- Advertisement -

इस बाबत, चुनाव आयोग का कहना है कि दो गुटों में बंट चुकी लोजपा के किसी भी समुह को चुनाव चिन्ह बंगला का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोग ने अंतरिम उपाय के रूप में दोनों से अपने समूह का नाम और प्रतीक चुनने को कहा है, जो बाद में उम्मीदवारों को आवंटित किए जा सकते हैं।

चाच-भतीजे की लड़ाई में सील हुआ बंगला

बता दें, रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई थी। 16 जून को चिराग पासवान की गैर-मौजूदगी में पांचों सांसदों ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई और हाजीपुर सांसद पशुपति पारस को संसदीय बोर्ड का नया अध्यक्ष चुन लिया था। इसकी सूचना लोकसभा स्पीकर को भी दी गई, अगले दिन लोकसभा सचिवालय से उन्हें मान्यता भी मिल गई थी।

17वीं लोकसभा में लोजपा के कुल छह सांसद हैं, जिनमें पांच सांसदों पशुपति कुमार पारस, चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा देवी, चंदन सिंह और प्रिंस राज ने चिराग पासवान को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। इसके बाद उन्होंने चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस को अपना नेता चुन लिया था।

Sponsored
Share This Article
आप एक युवा पत्रकार हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों, अखबारों और पत्रिकाओं को बतौर संवाददाता अपनी सेवाएं दे चुके अभय ने वर्ष 2004 में PTN News के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इनकी कई ख़बरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं।
Leave a Comment