दिल्लीः सारण जिले के मशरक में जहरीली शराब पीकर दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत को लोक जनक्ति पार्टी रामविलास ने बेहद गंभीरता से लिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने सभी मृतकों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और इस घटना का जिम्मेदार सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ठहराया है।
लाजपा (रा) अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि जहरीली शराब से गरीब लोगों की मौत के पीछे नीतीश सरकार की गहरी साजिश है। अमीर लोग पीने के लिए प्रदेश से बाहर जाते हैं और ब्रांड पिते हैं, गरीब लोग नकली शराब के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि बिना प्लानिंग की पुर्ण शराबबंदी नीतीश की मानसिक दिवालियेपन की उपज है। जब से प्रदेश में शराबबंदी हुई है, जहरीली शराब से मौत के आंकड़े बढ़ गए हैं। ऐसा लग रहा है जैसे प्रदेश में लाशों की खेती हो रही है।
तिवारी ने कहा कि शराब पर पाबंदी गलत नहीं, लेकिन उसे लागू करने का तरीका गलत है। पीने वालों को सरकार रोक नहीं सकती, यही वजह कि आए दिन जहरिलील शराब से लोगों की जान जा रही है। उन्हों ने कहा कि शराबबंदी के आड़ में नीतीश सरकार पैरेलल इकोनॉमी खड़ी कर रही है। पुलिस-प्रशासन शराबबंदी की आड़ में उगाही कर रहे हैं, जिसका एक बड़ा हिस्सा सरकार तक जाता है।
पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि मशरक की घटना ने दिल्ली तक कोहराम मचा दिया है। लेकिन मुख्यमंत्री अब भी खामोश हैं और शराबबंदी पर अपनी पीठ थप थपा रहे हैं। उन्हें लोगों की मौत की परवाह नहीं है।
शराबबंदी की आड़ में गरीबों की हत्या का आरोप लगाते हुए राजेश भट्ट ने कहा कि अवैध शराब से सरकार का खजाना मजबूत हो रहा है, इसलिए सरकार चुप्पी साधे हुए है। अब इस मौजूदा सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भट्ट ने केंद्र सरकार से बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग की है।