नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक में कई विकासात्मक परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कलाबुरगी जिले में एक आयोजित एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित किया। रैली के दौरान ही उन्होंने एक पारंपरिक ढोल पर हाथ आजमाया।
जैसे ही पीएम ने ढोल बजाया, भीड़ ने उनका हौसला बढ़ाया। यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने किसी वाद्य यंत्र पर हाथ आजमाया है। पीएम मोदी ने अतीत में न केवल भारत में बल्कि अपनी विदेश यात्रा के दौरान भी कई वाद्य यंत्र बजाए हैं।
कर्नाटक में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार की प्राथमिकता केवल विकास है। राज्य और केंद्र दोनों में भाजपा की सरकार होने के सकारात्मक पहलू का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, डबल इंजन सरकार का मतलब है दोहरा लाभ, दोहरा कल्याण और डबल तेज रफ्तार विकास। कर्नाटक इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।
मोदी ने कहा,”भारत के विकास के 75 वर्ष हो गए हैं और अब देश अगले 25 वर्षों पर ध्यान केंद्रित कर आगे बढ़ रहा है। ये 25 वर्ष प्रत्येक नागरिक और राज्य के लिए अमृत काल होने जा रहे हैं, जिसके दौरान हमें एक विकसित भारत का निर्माण करना है।”
इस जिले के कोडेकल में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के अलावा सिंचाई, पेयजल से संबंधित विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि भारत का विकास तभी हो सकता है जब देश के हर नागरिक, हर परिवार, हर राज्य को मिले इस अभियान से जुड़े।
पीएम ने कहा कि यह तभी संभव हो सकता है जब हम पिछले दशकों के बुरे अनुभवों और गलत नीतियों से सीखें और यह देखें कि इसे दोहराया न जाए, इस क्षेत्र में अपनी क्षमता के बावजूद यादगिरी और उत्तर कर्नाटक के उदाहरण हमारे सामने हैं विकास यात्रा में पिछड़ रहा था।
कर्नाटक में मई तक विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस महीने प्रधानमंत्री की चुनावी कर्नाटक की यह दूसरी यात्रा है। वह राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करने के लिए 12 जनवरी को हुबली में थे, जिस दौरान उन्होंने एक विशाल रोड शो किया था। इस यात्रा का महत्व इसलिए भी है क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक में मई में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है और उसने कुल 224 सीटों में से न्यूनतम 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
इस कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा, राज्य मंत्रिमंडल के कई मंत्री, विधायक और अधिकारी उपस्थित थे।