महंगाई के खिलाफ अपने ही घर की चारदीवारी में कांग्रेस का धरना, नहीं दिखे दिग्गज

अभय पाण्डेय

पटनाः देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस अब प्रभावहिन होती जा रही है। बात बिहार की है, जहां देश की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस को धरना अपने ही घर की चारदीवारी में देना पड़ रहा है, जिसमें उसे दिग्गजों का साथ भी नहीं मिल पा रहा। आलम यह है कि वहां ना तो उसे कोई सूनने वाला है, ना ही इससे व्यवस्था को कोई फर्क पड़ने वाला। ऐसा लग रहा है कि उसका धरना अपने लोगों के बीच में ही मखौल बन गया है।

दरअसल, सामान्य चीजों की महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ बिहार प्रदेश कांग्रेस ने गुरुवार को धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा था। कार्यक्रम आयोजन गर्दनीबाग धरना स्थल पर होना था, लेकिन जिला प्रशासन से अनुमति नहीं मिली और उसे धरना अपने ही घर यानी प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में देना पड़ा।

बात धरना में शामिल लोगों की करें तो, कार्यक्रम का आयोजन बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा की अध्यक्षता में हुआ था, जो खुद तो नदारद रहे ही, विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने भी धरना से दूरी बनाए रखी। धरना-प्रदर्शन में सभी विधायकों और जिला अध्यक्षों को आने के निर्देश थे पर अंतिम समय तक न कांग्रेस के सभी विधायक पहुंचे और न ही सभी जिलों के जिलाध्यक्ष। केंद्र के खिलाफ कांग्रेस के इस प्रदर्शन में सिर्फ चार विधायक पहुंचे थे।

धरना स्थल पर पहुंचने वाले विधायकों में कांग्रेस से एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा, एमएलसी समीर सिंह, भावना झा, और इसरारूल हक ही रहे। अन्य प्रमुख नेताओं में कौकब कादरी, श्याम सुंदर सिंह धीरज, प्रवक्ता माधव आनंद, ऋषि मिश्रा, सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस का प्रभाव धिरे-धिरे कम होते जा रहा है, जिसे अब अपने लोगों का साथ भी नहीं मिल पा रहा।

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आप एक युवा पत्रकार हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों, अखबारों और पत्रिकाओं को बतौर संवाददाता अपनी सेवाएं दे चुके अभय ने वर्ष 2004 में PTN News के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इनकी कई ख़बरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं।
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