पटना: सोमवार की शाम नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले विधायक दल की बैठक में उनको नेता चुना गया था। बड़े भाई से छोटे भाई बन चुके नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम के रूप में सुशील मोदी नहीं होंगे।
बिना सुमो के होगा सियासी सफर
15 सालों में पहली बार नीतीश के साथ सुमो नहीं होंगे। दो डिप्टी सीएम की बात चल रही है जिनमें एक तारकिशोर प्रसाद,भाजपा विधायक दल के नेता, होंगे जबकि दूसरा कोई घटक दल का। बताया जा रहा है कि बीजेपी स्पीकर पद पर भी नजर जमाए हुए है।
नीतीश के आवास में ही हुई NDA की बैठक
जदयू विधायकों की बैठक के बाद नीतीश कुमार के ही आवास पर एनडीए के सभी 125 विधायकों की बैठक हुई। इस बैठक में बीजेपी के 74, जेडीयू के 43, वीआईपी के 4 और हम के 4 विधायक मौजूद रहे।
नीतीश ने ठुकरा दिया था पद
एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान एक ऐसा मौका आया जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने से इनकार कर दिया और कहा कि इस पद को किसी बीजेपी नेता को संभालना चाहिए। जदयू की मात्र 43 सीटें हैं, जबकि एनडीए के खाते में 74। बीजेपी विधायक मंटू कुमार ने एनडीए की बैठक से बाहर आने के बाद कहा कि नीतीश कुमार सीएम बनने से मना कर रहे थे। वो चाहते थे कि बीजेपी से कोई सीएम बने, लेकिन बीजेपी के बड़े नेताओं ने उन्हें सीएम बनने के लिए राजी कर लिया।