बिहार में बिजली पर सियासी तकरार, बोले चिराग लोगों को झांसा दे रही सरकार

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पटनाः बिहार में बिजली दरों पर सियासी तकरार मची है। लोजपा (रा) सुप्रीमों चिराग पासवान (Chirag Paswan) जहां बिजली की दरों में इजाफे को लेकर आंकड़ों के साथ सरकार पर लोगों को झंसा देने के आरोप लगा रहे हैं, वहीं प्रदेश के उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव (Vijendra Prasad Yadav) उनके आंकड़ों को ही गलत बता रहे हैं। अब इसे लेकर दोनों आमने-सामने हैं। चिराग के आंकड़े कुछ और हैं, तो विजेन्द्र यादव के कुछ और।

चिराग पासवान ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव से अपील की है कि वें सही आंकडों को सामने रखें और जनता को झांसा देना बंद करें। चिराग का कहना है कि ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव ने गलत तथ्यों को प्रस्तुत करते हुए पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार के उपभोक्ताओं को मिल रही बिजली की दर को न्यूनतम बताया है, जो सर्वथा भ्रामक और तथ्यहीन है।

दरअसल, शनिवार को लोजपा (रा) अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में बिजली दरों को लेकर पटना स्थित अपने पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता की थी। उन्होंने सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया था कि आखिरकार सरकार बिहार में बिजली महंगी दरों पर क्यों बेच रही है?

उर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव ने प्रस्तुत  किए आंकड़े

चिराग के सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा था कि बिहार में उपभोक्ताओं को पड़ोसी राज्य की तुलना में सस्ती बिजली मिल रही है। यादव के मुताबिक प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली के अधिकतम दर ₹6.22 प्रति यूनिट है वहीं पश्चिम बंगाल में यह ₹9.22 प्रति यूनिट, उत्तर प्रदेश में ₹6.50 रुपए प्रति यूनिट तथा झारखंड में ₹6.25 प्रति यूनिट है। बिहार को सस्ती बिजली मिले इस बात को ध्यान में रखकर बिहार ने केंद्र सरकार से पूरे देश में वन नेशन वन टैरिफ लागू किए जाने की भी मांग की है।

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विजेन्द्र यादव के इस जवाब को चिराग ने गलत बताया है। उनका कहना है कि यादव द्वारा प्रस्तुत आंकड़े सही नहीं हैं। पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार के उपभोक्ताओं को मिल रही बिजली की दर को न्यूनतम बताना भ्रामक और तथ्यहीन है।

चिराग ने रखे हैं ये आंकड़े

चिराग ने ट्विट कर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव के बयान को हास्यास्पद बताया है। चिराग ने ट्विट में लिखा, ‘ऊर्जा मंत्री ने बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की अधिकतम दर ₹6.22 प्रति यूनिट बताया है, जबकि बिहार के उपभोक्ताओं के लिए आपूर्ति का यह दर न्यूनतम है बावजूद उपभोक्ताओं को इसके एवज में ₹7.30 प्रति यूनिट का भुगतान करना पड़ता है। इस संदर्भ में तुलनात्मक अध्ययन करें तो पश्चिम बंगाल में न्यूनतम दर ₹5.18, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में ₹3.35, गोवा में ₹1.60, सिक्किम में ₹1, तमिलनाडु में ₹1.5 जबकि उड़िसा में ₹3 है।

चिराग ने अपने ट्विट में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री से दुर्गम राज्य हिमाचल, सिक्किम, उड़िसा, गुजरात जैसे राज्यों से भी तुलना करने की बात कही है। चिराग ने अपने ट्विट के माध्यम से विजेन्द्र प्रसाद यादव को अगाह किया कि वे बिहारियों को झांसा देना बंद करें। उन्होंने बयान को गलत बताते हुए उर्जा मंत्री को बयान देने से पहले आंकड़ों की जानकारी प्राप्त करने को भी कहा है।

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