प्लान के तहत बिहार में भय का वातावरण तैयार करवा रहे नीतीश कुमार- नेहा झा

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पटनाः भाजपा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विभाग की प्रदेश प्रवक्ता नेहा झा ने बिहार में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर चिंता जाहिर की है। झा ने इसके लिए सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार ठहराया है और इसे महागठबंधन की चुनावी रणनीति का हिस्सा बताया है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार सोची-समझी योजना के तहत बिहार में भय का वातावरण तैयार करवा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सत्ता के संरक्षण में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि पुलिस व्यवस्था का कोई मतलब ही नहीं रह गया है। आरा में भाजपा नेता सह रिटायर्ड प्रोफेसर महेन्द्र सिंह और उनकी प्रोफेसर पत्नी की घर में घुसकर हत्या हो या पटना में पुलिस मुख्यालय के पास सरे-आम छात्र को गोलियों से भून दिए जाने का मामला या फिर स्वर्ण व्यवसायी के घर में घुसकर उसे लूटे जाने की घटना सब पर सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी यह बता रही है कि प्रदेश में जंगलराज पुनर्स्थापित हो चुका है।

नेहा झा ने कहा कि नीतीश कुमार अगर अभी भी इन जघन्य वारदातों को जंगलराज के आगमन का इशारा नहीं मान रहें है, तो इससे साफ़ है कि सब कुछ उनकी जानकारी में और उनकी मर्जी से हो रहा है।

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भाजपा नेत्री ने कहा कि बिहार में अपराधियों को खुला छोड़कर नीतीश कुमार एक बार फिर से बिहार में बाहुबलियों का राज कायम करना चाहते हैं। प्रशासन की चुप्पी और इनकी कार्यप्रणाली से यह साफ़ जाहिर है कि वे अब बिहार में 90 के दौर की वापसी चाहते हैं। उस समय जैसे राजद अपराधियों के जरिये बूथ मैनेज कर के चुनाव जीता था, अब यह भी उसी तरह अपनी सत्ता को बचाए रखने की साजिश में जुट चुके हैं।

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भाजपा नेत्री ने कहा कि बिहार में हुए हालिया उप-चुनावों के नतीजों से नीतीश जी को अपना भविष्य पता चल चुका है। इन्हें मालूम है कि यदि ढंग से चुनाव हुए तो इनके पास ‘आश्रम’ जाने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा। इसीलिए वह अब पूरे बिहार में भय का वातावरण बनाने के एक-सूत्री एजेंडे पर काम कर रहे हैं। इनकी मंशा है कि 90-2005 की तरह बिहार की जनता डर से बूथों पर नहीं जाए और उनके वोट छाप कर यह अपनी कुर्सी बचा लें।

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