पटनाः बिहार के DGP गुप्तेश्वर पाण्डेय को VRS मिल गया है। पाण्डेय की जगह 1988 बैच के IPS एसके सिंघल को बिहार के DGP का प्रभार दिया गया है। पिछले कई दिनों से ये कयास लगाया जा रहा था कि गुप्तेश्वर पाण्डेय जल्द ही VRS लेकर बिहार की सियासत में कदम रखेंगे। अब VRS को स्विकृति मिलने के बाद उनके सियासत में आने की बात को बल मिल गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया कि वो कहां से और किस पार्टी के टीकट पर चुनाव लड़ेंगे।
राजनीतिक पंडितों की मानें तो गुप्तेश्वर पाण्डेय बक्सर विधानसभा क्षेत्र से NDA के किसी घटक दल की टीकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं दूसरी ओर उनके कद को देखते यह भी कयास लगाया जा रहा है कि पाण्डेय विधायक नहीं बल्कि सांसद का चुनाव लड़ेंगे। वो JDU की खाली पड़ी बाल्मीकि नगर संसदीय सीट से सांसद का चुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें पिछले दिनों उन्होंने बक्सर के JDU जिलाध्यक्ष के साथ बंद कमरे में घंटों मुलाक़ात की थी। मुलाकात की बात सामने आने के बाद से उनके राजनीति में आने को लेकर अटकलें तेज गईं थीं। अब उनके VRS के बाद यह लगभग साफ हो गया कि वो जल्द ही सियासी मैदान में खम ठोकेंगे। हालांकि रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा था ”क्या रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाना पाप है? कदाचार है? या गलत है? राजनीति के कारण ही कार्यपालिका है, विधायिका है।”
गौरतलब है कि गुप्तेश्वर पाण्डेय इससे पहले भी एक बार VRS ले चुके हैं। पाण्डेय ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली थी, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने उनके वीआरएस आवेदन को स्वीकार नहीं किया और उन्हें सेवा में बहाल कर दिया।