रक्षा मंत्री राजनाथ ने पूर्वी लद्दाख में वायुसेना के हवाई अड्डे पर सैन्य अभ्यास देखा

लद्दाख: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पूूर्वी लद्दाख में चीन से लगी ऊंचाई वाले एक वायुसेना के हवाई अड्डे पर सैन्य अभ्यास देखा। इसमें फाइटर हेलीकॉप्टर, टैंकों के साथ कमांडो भी शामिल हुए। इस क्षेत्र में भारत और चीन तीखे सीमा गतिरोध में उलझे हुए हैं।
सैन्य अभ्यास में बड़ी संख्या में कमांडो, टैंक, बीएमपी युद्धक वाहनों, अपाचे, रुद्र और एमआई -17 वी5 जैसे हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया।
जवानों ने रक्षा मंत्री सिंह की मौजूदगी में पैरा ड्रॉपिंग और अन्य करतबों का प्रदर्शन किया। इस मौके पर चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थलसेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे भी मौजूद थे।
सिंह ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘लेह के पास स्ताकना में आज पैरा ड्रॉपिंग और सैन्य प्रदर्शनों के दौरान भारतीय थलसेना की मारक क्षमता और प्रचंडता देखी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, मुझे सैनिकों से साथ बातचीत का अवसर मिला। मुझे इन बहादुर सैनिकों पर गर्व है।”
उन्होंने सैन्य कर्मियों के साथ अपनी बातचीत की तस्वीरें भी पोस्ट कीं।
सिंह एक दिवसीय दौरे पर सुबह लद्दाख पहुंचे। रक्षा मंत्री के साथ जनरल रावत और जनरल नरवणे भी थे।
पूर्वी लद्दाख में पांच मई से भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध चल रहा है। गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मियों के शहीद हो जाने के बाद यह तनाव बहुत अधिक बढ़ गया।
हालांकि, कई दौर की राजनयिक एवं सैन्य बातचीत के बाद छह जुलाई से दोनों तरफ के सैनिक पीछे हटने लगे हैं।