पटनाः मनुस्मृति दहन दिवस (Manusmriti dahan divas) से जुड़े एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर सिंह एक बार फिर सियासी विवादों के केंद्र में आ गए हैं। उनके पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और टीवी पत्रकारिता से राजनीति में आए रवि त्रिपाठी ने कड़े शब्दों में आपत्ति जताई है। त्रिपाठ ने विपक्ष पर समाज को बांटने और देश को कमजोर करने की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
भाजपा नेता रवि त्रिपाठी ने Manusmriti dahan divas से जुड़े चंद्रशेखर सिंह के पोस्ट को “बेतुका और देश की एकता के लिए घातक” करार देते हुए कहा कि इस तरह के बयान और सोशल मीडिया पोस्ट देश को कमजोर करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नेताओं को तथ्यों की जानकारी ही नहीं है। वे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुष को समझ ही नहीं पाते। वैसे लोग बाबा साहब के नाम का इस्तेमाल कर लोगों को गुमराह कर गलत और विभाजनकारी राजनीति करते रहते हैं, जो बाबा साहब के सपनों के भारत के बिल्कुल विपरीत है।
“फूट डालो और शासन करो” की मानसिकता का आरोप
रवि त्रिपाठी ने कहा कि विपक्षी नेताओं की यह सोच अंग्रेजों की “फूट डालो और शासन करो” की नीति जैसी है। उनके मुताबिक, “ये लोग देश को जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र और लिंग के आधार पर बांटकर राजनीति करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि यह नया भारत है। अब ऐसी कुत्सित और विभाजनकारी मानसिकता के लिए यहां कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार समेत पूरे देश की जनता ऐसे नेताओं और दलों को पहले ही नकार चुकी है। त्रिपाठी ने कहा, “यही मानसिकता इनके लगातार पतन का कारण बन रही है, लेकिन कुछ पथभ्रष्ट लोग न तो जनता की सोच को समझ पा रहे हैं और न ही अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं, जिसका परिणाम उन्हें लगातार करारी हार के रूप में झेलना पड़ रहा है।”
चुनावी हार के बाद “मानसिक संतुलन बिगड़ने” का दावा
भाजपा नेता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार चुनाव में करारी हार के बाद कई विपक्षी नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जनता और मीडिया ने अब उन्हें गंभीरता से लेना लगभग बंद कर दिया है। ऐसे में वे सुर्खियां बटोरने के लिए ऊटपटांग बयान और पोस्ट कर रहे हैं।
आगे रवि त्रिपाठी ने कहा, “उन्हें लगता है कि इस तरह की हरकतों से वे फिर से चर्चा में आ जाएंगे, लेकिन जनता सब जानती है। अब लोग ऐसे टुच्चे बयान और सोशल मीडिया पोस्ट को तरजीह देने वाले नहीं हैं।”
आशा और विश्वास से भारत को देख रही दुनिया, विपक्ष घोल रहा देश में विष
त्रिपाठी ने कहा कि आज जब पूरी दुनिया आशा और विश्वास की दृष्टि से भारत की ओर देख रही है, तब विपक्ष देश को कमजोर करने की साजिश में जुटा हुआ है। एक ओर विश्व प्रेम, करुणा और त्याग के प्रतीक ईसा मसीह और राजनीति के शिखर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान व्यक्तित्व का स्मरण कर रहा है जिन्होंने अपने आदर्शों से राजनीति को नई दिशा दी और एक अद्वितीय पहचान स्थापित की। वहीं विपक्ष देश को गलत दिशा की तरफ मोड़ने आमदा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे पावन अवसर पर भी विपक्ष देश की शांति, सद्भाव और सामाजिक सौहार्द में विष घोलने का प्रयास कर रहा है। त्रिपाठी ने कहा कि विपक्षी नेताओं को कम से कम आज के दिन नफरत और विभाजन फैलाने वाले बयानों से स्वयं को दूर रखना चाहिए।
सियासी बयानबाजी तेज, विवाद बढ़ने के आसार
(Manusmriti dahan divas) से जुड़े इस पोस्ट को लेकर शुरू हुआ विवाद फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। एक ओर जहां NDA इसे देश और समाज को बांटने की राजनीति बता रहा है, वहीं RJD और विपक्ष की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा बिहार की सियासत में और गरमा सकता है।