पटना: राजधानी में अनधिकृत पार्किंग और सड़क किनारे छोड़ी जा रही गाड़ियों पर अब पुलिस सख्त हो गई है। यातायात अधीक्षक, पटना द्वारा जारी ताज़ा प्रेस विज्ञप्ति में साफ कहा गया है कि कई गैराज और वाहन बिक्री केंद्र अपनी गाड़ियाँ सार्वजनिक स्थानों पर खड़ी कर दे रहे हैं, जिससे शहर में जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है। ट्रैफिक पुलिस ऐसे सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सूची तैयार कर चुकी है और इसे नगर निगम से साझा भी किया जाएगा। नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
सड़क पर 10 घंटे से ज्यादा वाहन खड़ा तो होगी कार्रवाई
जारी आदेश के अनुसार, MV Act–127 के तहत किसी भी मोटर वाहन को 10 घंटे से अधिक समय तक सड़क पर खड़ा छोड़ा नहीं जा सकता। ऐसे वाहन, जो लंबे समय से सड़क पर खड़े हैं, टूटे हुए हैं, जल चुके हैं या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं – शहर की यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि यदि वाहन 24 घंटे के अंदर नहीं हटाए गए तो उन्हें जब्त किया जाएगा और सभी अनुकूलन (कस्टडी/टोइंग) खर्च वाहन मालिक को वहन करना होगा।
पटना में पार्किंग की कमी और अतिक्रमण बना बड़ी समस्या
पटना शहर में पार्किंग की कमी पिछले कई वर्षों से एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। कई मुख्य बाजार- बोरिंग रोड, फ्रेजर रोड, कदमकुआँ, गांधी मैदान, कंकड़बाग, राजेन्द्र नगर- में पार्किंग की व्यवस्था बेहद सीमित है। मल्टी-लेवल पार्किंग परियोजनाएँ अभी गति नहीं पकड़ पाई हैं, जबकि वाहन संख्या तेजी से बढ़ रही है।
वाहनों की संख्या में वृद्धि, लेकिन पार्किंग इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास नहीं
इधर सड़क किनारे कब्जा कर रखा अतिक्रमण स्थिति को और खराब बनाता है। बड़े वाहन शोरूम, गैराज और सेकेंड-हैंड वाहन डीलर अपनी नई और पुरानी गाड़ियाँ सड़क पर खड़ी कर देते हैं। ऐसा करने से सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है, पीक ऑवर में जाम बढ़ जाता है एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे आवश्यक वाहनों की आवाजाही बाधित होती है और स्थानीय दुकानों और आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत होती है।
ट्रैफिक पुलिस की यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि पटना की सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन पार्किंग इंफ्रास्ट्रक्चर उसी अनुपात में विकसित नहीं हुआ है।
नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई होगी तेज
जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि नगर निगम के साथ मिलकर ऐसे सभी प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जाएगी, जो अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए सड़क को पार्किंग की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे अपने निजी वाहन सड़क पर लंबे समय तक खड़े न करें और निर्धारित पार्किंग स्थल का ही उपयोग करें।
पटना में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस का यह कदम बेहद अहम है। लेकिन जब तक शहर में पार्किंग इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया नहीं जाता और अतिक्रमण पर कड़ी निगरानी नहीं रखी जाती, तब तक समस्या का पूर्ण समाधान संभव नहीं है। फिलहाल, पुलिस की यह कार्यवाही शहर में अवैध पार्किंग और वाहन अतिक्रमण पर नकेल कसने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकती है
