नोएडाः भारतीय किसान यूनियन एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है, लेकिन इस बार उसकी लड़ाई किसानों के लिए नहीं बल्कि देश के युवाओं के लिए होगी। जी हाँ, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि उनका किसान समूह केंद्र की नई सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ के खिलाफ सात अगस्त से अभियान शुरू करेगा।
श्चिमी उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के टिकरी इलाके में किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि इस मुद्दे पर “केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ लड़ाई” अभी शुरू नहीं हुई है। बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कृषक समुदाय से समर्थन की मांग करते हुए कहा, “अग्निपथ योजना के खिलाफ अभियान 7 अगस्त से शुरू होगा और एक सप्ताह से अधिक समय तक चलेगा।”
टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि हाल के वर्षों में बड़े विरोधों के मद्देनजर किसानों को डराने-धमकाने के लिए उनके खिलाफ पुराने पुलिस मामलों की खुदाई की जा रही है। टिकैत ने कहा, “जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो भाजपा सदस्यों के खिलाफ मामले बंद कर दिए गए। इसलिए या तो उन्हें मुकदमों के लिए तैयार रहना चाहिए या हम आंदोलन के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने कहा, “लखनऊ और दिल्ली वालों को इसे ध्यान से सुनना चाहिए। आप राजनीतिक दलों को तोड़ सकते हैं, आप किसान समूहों के नेताओं को अलग कर सकते हैं लेकिन किसानों को नहीं तोड़ सकते। किसान आपका (सरकार) विरोध करेंगे।” टिकैत ने सैकड़ों किसानों की भीड़ को संबोधित करते हुए भूमि अधिग्रहण, बिजली शुल्क और गन्ना बकाया से संबंधित मुद्दों पर भी प्रकाश डाला।
आपको बता दें, केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में 2020-21 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुखता से उभरे थे। लगभग 1 साल 4 माह तक लगातार चलने वाले किसान आंदोलन ने सरकार के माथे पर बल ला दिया था और अंत में सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया। टिकैत एक बार फिर से उसी तर्ज पर अग्निपथ योजना के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं, जिसकी शुरुआत वे आगामी 7 अगस्त से करने का ऐलान किया हैं।