पटना: दूसरे चरण का चुनाव राजद के तेजस्वी के लिए अहम है। कारण यह कि न केवल दोनों भाई बल्कि कई पार्टी के कुछ दिग्गज और कई बाहुबली भी मैदान में हैं। उनके लोगों की सीट पर जीत हासिल करना ही उनकी नेतृत्व क्षमता का पैमाना होगा। शाद इसीलिए तेजस्वी दूसरे चरण के लिए प्रचार में ज्यादा आक्रामकता के साथ भागदौड़ कर रहे हैं।
3 को 94 सीटों पर पड़ेंगे वोट
दूसरे चरण में जिन 94 सीटों के लिए मतदान होना है उनमें से 56 सीटों पर राजद के प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें खुद तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम भी शामिल हैं। 56 में से 31 सीटें ऐसी हैं जहां पिछले चुनाव में राजद प्रत्याशी ही सीटिंग विधायक हैं। इन 31 सीटों पर जीत को बरकरार रखते हुए अन्य प्रत्याशियों को जिताने की जिम्मेदारी अब तेजस्वी के कंधों पर है।
15 के चुनाव में शानदार प्रदर्शन
2015 के चुनाव के दूसरे चरण में महागठबंधन ने 94 में से 80 सीटों पर जीत हासिल की थी जो एक शानदार प्रदर्शन था। लेकिन उस चुनाव में पार्टी का नेतृत्व स्वयं लालू यादव कर रहे थे और जदयू प्रमुख नीतीश भी गठबंधन का हिस्सा थे। इस बार नेतृत्व तेजस्वी के हाथ में और पिता जेल में हैं। नीतीश सबसे बड़े विरोधी के रूप में सामने हैं। ज्यादातर मामलों में तेजस्वी को खुद ही निर्णय लेना पड़ रहा है।