नई दिल्लीः 83वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन 11 जनवरी को जयपुर में आयोजित हो रहा है। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ संबोधित करेंगे।
अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन, भारत के विधायी निकायों की सर्वोच्च संस्था है। इस संस्था ने 2021 में अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण किए। उस दौरान 2021 में शिमला में आयोजित 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया था।
पीठासीन अधिकारियों का पहला सम्मेलन भी 1921 में शिमला में ही आयोजित हुआ था। यह सम्मेलन चौथी बार जयपुर में आयोजित किया जा रहा है।
83वें सम्मेलन में समकालीन प्रासंगिक विषयों पर एक-दिवसीय विचार विमर्श किया जाएगा। उन विषयों में जी- 20 को नेतृत्व प्रदान करने में, लोकतंत्र के जनक के रूप में भारत की भूमिका, संसद और विधान सभाओं को अधिक प्रभावी, जवाबदेह और सार्थक बनाने की आवश्यकता, प्रदेश की विधान सभाओं को डिजिटल संसद से जोड़ना और संविधान में निहित भावना के अनुरूप विधायिका तथा न्यायपालिका के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध शामिल हैं।
इस अवसर पर एक पुस्तक-प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जाएगा। लोक सभा के अध्यक्ष, राजस्थान के मुख्यमंत्री, राज्य सभा के उपसभापति तथा देश भर की विधान सभाओं के पीठासीन अधिकारियों के इस सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है।