नई दिल्लीः देश के नामचीन टीवी पत्रकार रोहित सरदाना अब हमारे बीच नहीं रहे। आज तक चैनल में बतौर एंकर कार्यरत 42 वर्षीय सरदाना की मौत शुक्रवार की सुबह हार्ट से दिल्ली के एक नीजि अस्पताल में हो गई। पिछले कुछ दिनों से वह कोरोना वायरस से भी संक्रमित थे और घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। कोरोना से वे लगभग उबर चुके थे, लेकिन अचानक हार्ट अटैक आने के बाद उन्हे एक नीजि अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन बचाया नहीं जा सका। वे अपने पीछे दो नन्ही बच्ची, पत्नी और एक भरा पूरा छोड़ गए हैं।
इसकी जानकारी सबसे पहले वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी ने ट्वीट कर साझा की। सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया, ‘अब से थोड़ी पहले जितेंद्र शर्मा का फोन आया। उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। यह भगवान की नाइंसाफ़ी है…। ॐ शान्ति।’
अब से थोड़ी पहले @capt_ivane का फ़ोन आया।उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे।हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी।ये वाइरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी।इसके लिए मैं तैयार नहीं था।ये भगवान की नाइंसाफ़ी है..
ॐ शान्ति
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) April 30, 2021
साल 2002 में गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोष्ट गेरजुएट करने वाले रोहित सरदाना 2002 से ही पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय थे। सरदाना लंबे समय से टीवी मीडिया का चेहरा रहे। वह इन दिनों ‘आज तक’ न्यूज चैनल प्रसारित होने वाले शो ‘दंगल’ की एंकरिंग करते थे। इससे पहले वे जी न्यूज़ के सबसे लोकप्रिय डिवेट सो ‘ताल ठोक के’ की एंकरिग कर रहे थे। इस दोनो सो में उनकी बेवाकी साफ झलकती थी।
सरदाना ने साल 2003 में अपने करियर की शुरूआत बतौर असीस्टेंट प्रोड्यूसर सहारा समय से की थी। वे ईटीवी और अकाशवाणी के लिए भी काम कर चुके थे। 2018 में रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था।
भले ही कोरोना और दिल का दौरा पड़ने से वह दुनिया छोड़कर चले गए, लेकिन एक दिन पहले तक वह लोगों की मदद के लिए सक्रिय थे। कोरोना का शिकार हुए लोगों के इलाज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन, बेड आदि तक की व्यवस्था के लिए वह लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव थे और लोगों से सहयोग की अपील कर रहे थे। यहां तक कि अपनी मौत से ठीक एक दिन पहले 29 अप्रैल को भी उन्होंने ट्वीट कर एक महिला के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शनों की व्यवस्था करने की अपील की थी। इससे पहले 28 अप्रैल को उन्होंने लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की भी अपील की थी।
उनके निधन से मीडिया जगत ही नहीं पूरे देश में शोक की लहर है। आलोचक रहे हों या प्रशंसक सभी लोग उनकी चर्चा कर रहे हैं और इस पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। टिम न्यूज़ स्टंप भी रोहित सरदाना जैसे प्रखर पत्रकार के प्रति अपनी श्रद्धांजलि और इस दुःख की घड़ी में परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।