चंद लोग ही कंट्रोल करते हैं फिल्म इंडस्ट्री का बिजनेस: गोविंदा

न्यूज़ डेस्क

मुंबई: बॉलीवुड में इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स की बहस अलग स्तर पर पहुंच चुकी है। बीते दौर के कई एक्टर्स भी इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं। हाल ही में कंगना रनौत के इंटरव्यू के बाद बीते दौर की एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने कहा था कि वे कंगना की हिम्मत से काफी प्रभावित हैं। अब मशहूर एक्टर गोविंदा ने भी इस मामले में अपनी राय रखी है।

नेपोटिज़्म पर बोले गोविंदा

90 के दशक में इंडस्ट्री में सुपरस्टार का दर्जा हासिल करने वाले गोविंदा ने नेपोटिज्म के बारे में कहा कि उनके पिता अरुण कुमार राजा और निर्मला देवी एक्टर्स थे। इसके बावजूद उन्हें बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा।

गोविंदा ने कहा कि उन्हें अपने दौर में कई प्रोड्यूसर्स से मिलने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ा था। गोविंदा ने ये भी कहा कि बॉलीवुड में कैंप्स होते हैं और बॉलीवुड को मोटे तौर पर 4-5 लोग ही चला रहे हैं।

बेटी से बॉलीवुड को लेकर बात नहीं की

एक अखबार के साथ बातचीत में गोविंदा ने बताया कि पहले जो भी टैलेंटेड होता था। उसे काम मिल जाता था। हर फिल्म को थियेटर्स में बराबरी के मौके मिलते थे। मगर अब ऐसा नहीं है। अब 4-5 लोग ऐसे हैं जो फिल्मों का पूरा बिजनेस चलाते हैं। वे फैसला करते हैं कि जो उनके करीबी नहीं है उनकी फिल्मों को ठीक-ठाक रिलीज होने देना है या नहीं। मेरी कुछ अच्छी फिल्मों को भी ढंग की रिलीज नहीं मिल पाई थी। चीजें अब काफी बदल रही हैं।

अपनी बेटी टीना आहूजा के बॉलीवुड लॉन्च के बारे में बात करते हुए गोविंदा ने कहा कि मैंने उससे इस बारे में कभी ज्यादा बात नहीं की है। मेरी बेटी अपनी राह खुद तलाशने की कोशिश कर रही है। और जब भी उसका समय आएगा तो वो जरूर सफल होगी। गोविंदा के बेटे के भी बॉलीवुड में डेब्यू करने की खबरें हैं।

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