पूर्वी चंपारणः लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने शनिवार को गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने पिपरा पंचायत के मलाही टोला, नवादा पंचायत के नूनिया टोला, ढरवा टोला,पश्चिमी संग्रामपुर के इजरा, पूर्वी संग्रामपुर के पुछरिया ग्राम और बिनटोली का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मिल कर हालात का जायज़ा लिया और पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा जताया।
इस दौरान लोजपा (रा) नेता ने स्थानीय और जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात कर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य संचालित करने तथा प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए।
आपको बता दें हर साल की तरह इस बार भी बिहार बाढ़ का संकट झेल रहा है। बिहार की कई नदियों में भारी बारिश के कारण जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है। कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, बागमती समेत कई नदियां उफान पर हैं। ये सभी नदियां नेपाल की और से बहकर बिहार में आती हैं।
इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण नेपाल से सटे बिहार के मैदानी इलाके पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया व किशनगंज जिला हर बार बाढ़ से प्रभावित हो जाता है। बरसात के मौसम में जब भी नेपाल में बारिश होती है तो वहां की नदियों का पानी बिहार में आने लगता है।
गौरतलब है कि बिहार में बाढ़ की समस्या कोई नई नहीं बल्कि बहुत पुरानी है जिसका सीधा संबंध नेपाल से हैं। नेपाल की 7 नदियां कोसी में मिलती है जो कि बिहार में हर साल भारी बाढ़ लाकर तबाही मचाती है। बिहार के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 73% यानी लगभग 68800 वर्ग किमी क्षेत्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है।