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Udaipur Tailor Killing: दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों का संबंध ISIS से, देखें अपडेट्स

नई दिल्लीः मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर शहर में दर्जी कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) का सिर कलम किए जाने वाले मामले में शामिल दोनों हत्यारों गोस मोहम्मद और रियाज अख्तर को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों का दावा है कि हत्या के तार आतंकी संगठन ISIS से जुड़े है। फिलहाल मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है। वहीं NIA की टीम भी आज उदयपुर पहुंचकर गिरफ्तार हत्यारों से पूछताछ करेगी।

हत्यारों के तार आतंकी संगठन ISIS से

दर्जी कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) का सिर कलम किए जाने वाले मामले में सूत्रों का दावा है कि आरोपियों का संबंध आतंकी संगठन ISIS से है। इस वारदात के पीछे उनका मकसद दहसत फैलाना था।

सूत्रों का कहना है कि आरोपी अटारी 2021 में तीन मौकों पर टोंक शहर निवासी मुजीब अब्बासी के संपर्क में था। मुजीब को हाल ही में ISIS के एक मामले का पर्दाफाश करने के लिए राजस्थान से पकड़ा गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में राजस्थान और मध्य प्रदेश के रतलाम से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सूत्रों का मानना है कि रियाज खुद भी ISIS का ऑपरेटिव हो सकता है, क्योंकि उसकी फेसबुक तस्वीरों में उसे इस्लामिक स्टेट के गुर्गों द्वारा दुनिया भर में इस्तेमाल किए जाने वाले विशिष्ट फिंगर सिग्नल का उपयोग करते हुए देखा जा सकता है।

सूत्रों ने बताया कि रियाज बरेलवी है, और अतर से पाकिस्तान स्थित चरमपंथी धार्मिक समूह दावत-ए-इस्लामी से जुड़ा है और इसीलिए वह अपने अंतिम नाम के रूप में ‘अटारी’ लिखता है। सूत्रों ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं कि क्या वह ‘A lone Wolf’ है।” खुफिया एजेंसियां ​​कुछ संगठनों की संभावित संलिप्तता पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं और यह भी देख रही हैं कि क्या इसके लिए विदेश से निर्देश आए हैं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, मंगलवार को रियाज और उसका एक साथी कपड़े सिलवाने के बहाने मृतक कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की दुकान पर पहुंचे थे। पुलिस ने कहा कि रियाज ने दर्जी पर धारदार हथियार से कथित तौर पर हमला किया, जबकि उसके सहयोगी  ने वारदात को अपने सेलफोन में रेकॉर्ड कर लिया। इसके बाद दोनों ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया,  जिसमें मारने की बात कबूल की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी गई।

कन्हैया लाल के रिश्तेदारों के मुताबिक, उसने 10 दिन पहले पैगंबर मुहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी करने वाली बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर लिखा था और तब से उन्हें धमकियां मिल रही थीं।

इलाके में तनाव, राज्य में धारा 144 लागू

दर्जी कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की निर्मम हत्या के बाद से ही इलाके में तनाव का महौल है। कन्हैया लाल की हत्या की पूरी घटना को जानबूझकर कैमरे पर रिकॉर्ड दहशत फैलाने की कोशिश की गई। जांच एजेंसियां इस पूरी वारदात को आतंकी घटना से जोड़ कर देख रही है। एतिहातन पूरे राजस्थान में एक महीने के लिए सभी बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उदयपुर कलेक्टर तारा चंद मीणा और एसपी मनोज कुमार समेत दर्जन भर थाने की पुलिस मौक़े पर तैनात है। राज्य में धारा 144 लागू है।

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